Google Uninstall Updates: Google ने Android यूज़र्स के लिए Play Store में बड़ा बदलाव किया है। अब प्री-इंस्टॉल्ड सिस्टम ऐप्स जैसे Chrome, YouTube और Google Maps के लिए “Uninstall Updates” बटन हटा दिया गया है।
इस बदलाव के बाद यूज़र सीधे Play Store से सिस्टम ऐप्स को पुराने या फैक्ट्री वर्ज़न में वापस नहीं ले जा पाएंगे। माना जा रहा है कि यह कदम सिक्योरिटी और सिस्टम स्टेबिलिटी को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, अपडेट से जुड़ी समस्या आने पर यूज़र्स को अब सेटिंग्स के जरिए वैकल्पिक तरीकों का सहारा लेना पड़ेगा। यह बदलाव धीरे-धीरे सभी यूज़र्स के लिए लागू किया जा रहा है।
क्या था “Uninstall Updates” विकल्प?
अब तक Android फोन में मौजूद सिस्टम ऐप्स जैसे Google Chrome, YouTube, Google Maps और Android System WebView के लिए Play Store में “Uninstall Updates” नाम का एक विकल्प मिलता था। अगर किसी नए अपडेट के बाद ऐप में बग आ जाता था, फोन स्लो हो जाता था या बैटरी ज्यादा ड्रेन होने लगती थी, तो यूज़र इस बटन पर टैप करके ऐप को उसके फैक्ट्री वर्ज़न में वापस ला सकता था। यह विकल्प खासकर उन यूज़र्स के लिए मददगार था, जो नए अपडेट से परेशान हो जाते थे।
अब क्या बदला है?
Google ने Play Store से इस बटन को हटा दिया है, कम से कम उन ऐप्स के लिए जो फोन में पहले से सिस्टम ऐप के रूप में इंस्टॉल रहते हैं। अब Play Store पर ऐसे ऐप्स के लिए सिर्फ दो ही विकल्प दिखाई देते हैं—“Update” या “Open”। यानी अब ऐप को सीधे Play Store से डाउनग्रेड करना संभव नहीं रहेगा। इससे यूज़र कंट्रोल पहले के मुकाबले थोड़ा सीमित हो गया है।
Google ने यह बदलाव क्यों किया?
हालांकि Google की तरफ से इस बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन टेक एक्सपर्ट्स इसके पीछे कई संभावित वजहें बता रहे हैं। पहली वजह सुरक्षा से जुड़ी हो सकती है। पुराने ऐप वर्ज़न में कई बार सिक्योरिटी खामियां होती हैं, जिनका फायदा हैकर्स उठा सकते हैं।
दूसरी वजह सिस्टम स्टेबिलिटी है। जब यूज़र अलग-अलग वर्ज़न इस्तेमाल करते हैं, तो बग्स और कम्पैटिबिलिटी से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा सिस्टम ऐप्स Android के कोर पार्ट होते हैं, और उनके पुराने वर्ज़न पूरे सिस्टम की परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकते हैं।
अगर अपडेट के बाद दिक्कत आए तो क्या करें?
इस बदलाव के बाद अगर किसी सिस्टम ऐप के अपडेट से परेशानी होती है, तो यूज़र्स के पास कुछ सीमित विकल्प रह जाते हैं। वे फोन की Settings में जाकर Apps सेक्शन में उस ऐप को खोल सकते हैं। कुछ डिवाइसेज़ में अभी भी वहां “Uninstall Updates” का विकल्प मिल सकता है। इसके अलावा Cache या Data Clear करने से भी कई बार समस्या हल हो जाती है। अगर दिक्कत बनी रहती है, तो Google द्वारा अगले फिक्स अपडेट का इंतज़ार करना ही एकमात्र रास्ता बचता है।
किन यूज़र्स पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?
इस बदलाव का असर खासकर उन यूज़र्स पर ज्यादा पड़ेगा, जो नए अपडेट्स या बीटा वर्ज़न जल्दी इंस्टॉल कर लेते हैं। इसके अलावा पुराने फोन या सीमित हार्डवेयर वाले डिवाइस यूज़र्स भी इससे प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि नए अपडेट उनके डिवाइस पर ठीक से काम नहीं करते। ऐसे यूज़र्स पहले आसानी से ऐप को पुराने वर्ज़न में ले जा सकते थे, लेकिन अब यह प्रक्रिया जटिल हो गई है।
क्या सभी यूज़र्स को यह बदलाव दिखने लगा है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बदलाव server-side update के ज़रिए किया गया है। यानी Google इसे धीरे-धीरे सभी यूज़र्स के लिए लागू कर रहा है। कुछ लोगों को अभी भी पुराने इंटरफेस में “Uninstall Updates” विकल्प दिखाई दे सकता है, लेकिन आने वाले समय में इसे पूरी तरह हटाया जा सकता है।
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